जिंदगी ने सवालात बदल डाले वक्त ने हालात बदल डाले हम तो वहीँ थे वो ही है पर अपनों ने ख्यालात बदल डाले बनके हमसफ़र चले थे राहे वफ़ा पर लोगों ने वफ़ा के सुर बदल डाले जो कहते थे रस्ते में उजाला करने का आज उन्होंने ही चिराग बुझा डाले
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