जिनको आज तुम मजदूर कह रहे हो, ज़नाब
कल वहीं लोग तुम्हे हिन्दू-मुसलमा नजर आएंगे
तुम्हारी करनी और कथनी में बड़ा फर्क आ जाएगा
जब-जब देश की कुर्सी के चुनाव नजदीक आएंगे
भारत निर्माण करने वाले आज बेबस सड़क पर हैं
याद रखना तेरी तड़प के दिन भी जरूर आएंगे
वक्त बड़ा जल्दी गुजरता है,जनाब यहाँ इस जहां में
आज तू भूल गया उनको,कल तुझे वो बड़े याद आएंगे
बेबस-लाचार की आंखे भर आईं हैं जमाने के सामने
वो दिन दूर नही जब तेरी इन आँखों मे भी आंसू आएंगे